बारहगुवाड़ चौक में दिखा चौसर खेल का रोमांच
बीकानेर । इन दिनों सूरदासाणी मोहल्ला विकास कमेटी बारह गुवाड़ के तत्वावधान में बारहगुवाड़ चौक में पारम्परिक खेल चौसर/ चौपट(भारतीय लूडो) खेल को लेकर जबरदस्त रोमांच देखने को मिल रहा है। ज्योतिषाचार्य मनोज पुरोहित के अनुसार आज टूर्नामेंट में आज तीसरा मुकाबला उमाशंकर पुरोहित और महावीर ओझा टीम के मध्य हुआ। खचाखच भरे विद्यार्थी सभा भवन में दर्शकों के उत्साह और अच्छे माहौल में बहुत काटे की टक्कर हुई। मैच महावीर ओझा ने जीता और मैन ऑफ द मैच राम कुमार जोशी को मिला। दूसरे मुकाबले में जबरदस्त कांटे की टक्कर हुई । उतार चढ़ाव भरे इस रोमांचक मैच में नरसिंग ओझा ने अशोक चुरा को हरा दिया। इसमें लास्ट तक कांटे की टक्कर रही। नरसिंह ओझा को मैन ऑफ द मैच के लिए चुना गया। वहीं अशोक चुरा को बीकानेर टेंट हाउस की तरफ से सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। प्रतियोगिता में मदनगोपाल पुरोहित, मोरसा भगवान ओझा और दयाशंकर रंगा निर्णायक रहे।
बता दें कि चौसर/चौपट एक ट्रेडिशनल भारतीय इंडोर गेम है। यह 2 से 4 खिलाड़ियों के साथ खेला जाता है.। हम आपको महाभारत युग जैसे हमारे भारतीय प्राचीन युग की याद दिलाता हैं। यह गेम देश का सबसे पुराना और सबसे अधिक खेला गया गेम है। इसमें बेसिक बोर्ड ऑफ क्लॉथ, काउरी (सी शेल) और खिलाड़ियों के लिए टोकन हैं। एक विश्वास भी है कि यह गेम आधुनिक डे बोर्ड गेम – लूडो के अग्रदूत हो सकता है। अगली बार जब आप तय करते हैं कि आप बोर्ड गेम में अपने दिमाग का व्यायाम करना चाहते हैं; चौसर खेलकर राजाओं के तरीकों से अपने प्रतिद्वंद्वी को मारने का प्रयास करें। इस इनडोर गेम में चौसर, पगडी पैट, चौपार, चोपाट, चोपाड, पचिसी आदि जैसे विभिन्न नाम हैं।