रियायती दर पर मिले जमीन तो चमकेगा रत्न आभूषण कारोबार
– बीकानेर में कलस्टर विकसित कर रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र स्थापित करने के प्रयास में जुटा उद्योग संघ
बीकानेर। बीकानेर में रत्न एवं आभूषण का कलस्टर विकसित कर रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र स्थापित करने की महत्ती आवश्यकता महसूस की जा रही है। यहां रत्न एवं आभूषणों का काम रियासत काल से चला आ रहा है। यहां के स्वर्णकार एवं व्यापारी आज भी अपने पुरखों से प्राप्त आभूषण एवं रत्न कलाकारी के काम को आगे बढ़ा रहे हैं। बीकानेर में कुन्दन, जड़ाऊ एवं मीनाकारी का काम बहुतायत हो रहा है और यहां के स्वर्णकारों की कलाकारी को देश विदेश में सराहा जाता रहा है। लगभग 7500 से ज्यादा परिवार कई पीढ़ियों से रत्न आभूषणों के संवर्धन व परिष्कार के कौशल को विकसित कर बीकानेर के गौरव को बढ़ा रहे हैं। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल सचिव वीरेंद्र किराड़ू ने जिला कलक्टर नमित मेहता एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर अरुण प्रकाश शर्मा से बीकानेर में रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र स्थापना को लेकर चर्चा भी कर चुके हैं। पचीसिया ने बताया कि स्वर्णकारों के कौशल का आधुनिकीकरण करने एवं उन्हें नूतन तकनीकों के साथ जोड़कर विश्व बाजार के स्तर पर उनके सामर्थ्य को विकसित करने के लिए बीकानेर में कलस्टर विकसित कर रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता है। यहां रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र की स्थापना के लिए संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानू प्रताप सिंह वर्मा को इस संदर्भ में पत्र भी भिजवाया था जिसको सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री द्वारा अपने मंत्रालय को प्रेषित भी किया जा चुका है। जिला प्रशासन यदि रियायती दर पर जमीन आवंटन करता है तो बीकानेर में रत्न आभूषण कॉमन सुविधा केंद्र स्थापना की राह आसान हो जाएगी ।