कोविड19 के विरुद्ध एक बार फिर होगा मेगा वैक्सीनेशन
– 271 सत्रों में लगेगी कोविशील्ड व कोवैक्सीन
– प्रथम व द्वितीय मिलाकर साढ़े 3 लाख से ज्यादा डोज अभी ड्यू
बीकानेर। शहर में शनिवार को पीबीएम जिरियाट्रिक सेंटर पर ऑनलाइन व अन्य 52 सत्रों में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर कोविड टीकाकरण किया जाएगा। एसडीएम जिला अस्पताल, सैटेलाइट गंगाशहर व सभी यूपीएचसी पर कोविशील्ड व को-वैक्सीन उपलब्ध रहेगी।
सामुदायिक भवनों व विद्यालयों में भी बूथ लगेंगे।
रेलवे अस्पताल लालगढ़ में लगेगा कार्यस्थल सत्र
पीबीएम के जिरियाट्रिक सेंटर पर विशेष सत्र में बिना पहचान पत्र वालों को भी वैक्सीन लगेगी।
215 ग्रामीण केन्द्रों पर *ऑन स्पॉट* रजिस्ट्रेशन कर कोविड टीकाकरण किया जाएगा।
जिला कलक्टर मेहता ने प्रशासन गांवों/शहरों के संग अभियान की जानी प्रगति
– एंटी लार्वल गतिविधियों तथा टीकाकरण में और गति लाने के दिए निर्देश
बीकानेर, 12 नवंबर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार को प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग अभियान, डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारियों के मद्देनजर एंटी लार्वल गतिविधियां, कोविड टीकाकरण सहित अन्य बिंदुओं की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन शहरों के संग अभियान की प्रगति बढ़ाने के लिए उपनिदेशक स्थानीय निकाय द्वारा निकाय तथा शिविर से संबंधित विभागवार नियमित मॉनिटरिंग की जाए। किसी भी स्थिति में उपलब्धि कम नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान के बारे में भी जाना तथा कहा कि शिविर स्थल पर अधिक से अधिक प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। प्री-कैंप के माध्यम से समस्याओं के चिन्हीकरण तथा मुख्य शिविर में इनका निस्तारण किया जाए। आवश्यकता के अनुसार फॉलोअप शिविर भी आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार अंतिम व्यक्ति को राहत पहुंचाने तक शिविर चालू रहें तथा दैनिक रिपोर्ट पूर्ण सावधानी से अपडेट की जाए।
एंटी लार्वल गतिविधियां हों और अधिक प्रभावी
जिला कलक्टर ने कहा कि डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों के मद्देनजर एंटी लार्वल गतिविधियां नियमित रूप से की जाएं। प्रतिदिन चिन्हित होने वाले डेंगू पॉजिटिव मरीजों के घरों एवं आसपास के क्षेत्रों में नियमानुसार कार्यवाही हो तथा प्रतिदिनि इसकी जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाए। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष से इसकी रेंडम चैकिंग की जाएगी तथा यदि किसी स्थान पर गतिविधि नहीं होना पाया गया, तो संबंधित चिकित्सा अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वे प्रभावी तरीके से हो तथा सीएमएचओ सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। फोगिंग और स्प्रे छिड़काव का कार्य भी सतत रूप से किया जाए।
शनिवार को होगा मेगा वैक्सीनेशन
जिला कलेक्टर मेहता ने बताया कि कोविड टीकाकरण अभियान में और गति लाई जाए। कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित नहीं रहे, इसी उद्देश्य के साथ शनिवार को आयोजित होने वाले मेगा वैक्सीनेशन अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। निचले स्तर तक ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन हो। इसके लिए सभी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा यूपीएससी प्रभारियों को निर्देशित किया जाए। उन्होंने जल जीवन मिशन एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की प्रगति तथा 14 नवंबर से प्रारम्भ होने वाले मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों की तैयारियों के बारे में जाना।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी सिद्धार्थ पलनिचामी, उपनिदेशक स्थानीय निकाय अलका विश्नोई, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मीणा, आरसीएचओ डॉ. राजेश गुप्ता, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, जिला रसद अधिकारी भागूराम महला, महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक मेघारतन, ब्लॉक सीएमओ डॉ. लोकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों को लेकर तैयारियां चरम पर
बीकानेर, 12 नवंबर। रविवार से शुरू हो रहे मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारियां चरम पर है। शिविरों का 14 नवंबर को पलाना से संभाग स्तरीय उद्घाटन होना है। चिरंजीवी शिविरों में विशेष रुप से जन्मजात व अन्य प्रकार की व्याधियों से ग्रस्त बच्चों का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार व आपरेशन करवाया जाना है। इसके लिए विद्यालयों के समस्त छात्र-छात्राओं की प्री स्क्रीनिंग शिक्षकों द्वारा की जाएगी। इस क्रम में संचालित दो दिवसीय प्रशिक्षण अभियान शुक्रवार को समाप्त हुआ। डॉ राजेश गुप्ता, डॉ विवेक गोस्वामी एवं डॉ. मनुश्री सिंह के नेतृत्व में दिनांक 10 और 11 नवंबर को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सकों द्वारा शिक्षा विभाग में खंडवार समस्त पी. ई.ओ, विज्ञान अध्यापक एवं शारीरिक शिक्षकों को चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों में बच्चों की प्री-स्क्रीनिंग करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया l इस प्रशिक्षण में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सकों द्वारा पोर्टल पर बच्चों के रोगों का चयन करना और उन्हें शाला दर्पण पोर्टल पर इंद्राज करना साथ ही रोगों को पहचानना, उनको शिविरों में लाकर इलाज करवाना और संबंधित बच्चों के अभिभावकों को पत्र द्वारा सूचित करना आदि सब क्रियाकलापों से अवगत करवाया गया ।
14 नवंबर 2021 से 21 मार्च 2022 तक लगने वाले चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर में फिजीशियन, बच्चों के रोग के विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ एवं आयुष चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। इसमें 48 प्रकार के रक्त जांच का भी प्रावधान है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सक स्कूल विद्यालय शिक्षकों के द्वारा प्री स्क्रीन्ड लाए गए विद्यार्थियों का आकलन कर विशेषज्ञों से उपचार करवाएंगे। यदि किसी बच्चे को आगे इलाज की आवश्यकता होगी तो उसे चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना एवं आरबीएसके के अंतर्गत उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज करवाया जाएगा ।