जलदाय मंत्री ने दिए डेंगू के नियंत्रण एवं उपचार के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश
– लार्वा को नष्ट करने के लिए प्रभावी फोगिंग करें
– प्लेटलेट्स सैपरेटर मशीन की व्यवस्था के बारे में लिया फीडबैक
जयपुर/बीकानेर। जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बीकानेर जिले में डेंगू रोग के नियंत्रण एवं इससे पीड़ित मरीजों के उपचार के सम्बंध में जिला प्रशासन, पीबीएम चिकित्सालय, नगर निगम एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. कल्ला ने सोमवार को जयपुर से दूरभाष पर जिला कलक्टर श्री नमित मेहता, नगर निगम के आयुक्त श्री पंकज शर्मा, पीबीएम के अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ. पी. चाहर से दूरभाष पर वार्ता कर बीकानेर शहरी क्षेत्र में डेंगू की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया और इसकी रोकथाम के लिए फोगिंग, मरीजों के उपचार के लिए ‘प्लेटलेट्स सैपरेटर मशीनों’ आदि के बारे में आवश्यक निर्देश दिए।
डॉ. कल्ला ने जिला कलक्टर को सूरसागर और चांदमल जी का बाग सहित बीकानेर पूर्व एवं पश्चिम विधानसभा क्षेत्रों के वार्डों एवं मोहल्लों में जहां पानी इकट्ठा होने की समस्या है, वहां डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए प्रभावी कदम उठाने और डेंगू से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए अतिरिक्त ‘प्लेटलेट्स सैपरेटर मशीन’ क्रय करने के निर्देश दिए। जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री को जिला कलक्टर ने अवगत कराया कि डीएमएफटी फंड से एक नई सैपरेटर मशीन खरीदने के आदेश जारी किए गए हैं।
जलदाय मंत्री को सीएमएचओ डॉ. चाहर ने जानकारी दी कि बीकानेर शहरी क्षेत्र में दो सैपरेटर मशीन पहले से काम आ रही है, इसके अलावा कोठारी अस्पताल में भी एक सैपरेटर मशीन उपलब्ध है, जिसका भी उपयोग किया जा रहा है। डॉ. कल्ला ने उनको मरीजों के उपचार के लिए सभी चिकित्सालयों में दवाओं सहित परामर्श एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए।
डॉ. कल्ला ने नगर निगम के आयुक्त को निर्देश दिए कि बीकानेर शहर सहित जिले के जिन क्षेत्रों में डेंगू का प्रसार ज्यादा है, वहां फोगिंग की नियमित और समयबद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जो फोगिंग मशीनें खराब हैं, उनको रिप्लेस किया जाए ताकि प्रभावित इलाकों में फोगिंग करते हुए लोगों को राहत दी जा सके।