बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय अगले सत्र से कराएगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डाटा साइंस में बी.टेक
– बीटीयू की 7वीं अकादमिक परिषद की बैठक सम्पन्न
– नई शिक्षा निति आधारित सिलेबस व स्कीम का किया अनुमोदन
– भारत सरकार के उपक्रम ARAI के साथ अकादमिक एमओयू का हुआ अनुमोदन
बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय की 7वीं अकादमिक परिषद की बैठक कुलपति प्रो. अम्बरीश कुमार विद्यार्थी की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में कुलपति प्रो. विद्यार्थी ने अकादमिक परिषद के सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा, अनुसंधान, व प्रसार कार्यक्रमों की जानकारी दी। प्रो. विद्यार्थी ने बताया कि विश्वविद्यालय का मुख्य कार्य छात्रों को उनके संबंधित विषयों में एक मजबूत आधार के साथ राष्ट्र के लिए जिम्मेदार और नवीन वैश्विक एवं सामाजिक रूप से स्वीकृत उत्कृष्ट नागरिकों के रूप में तैयार करना है। इस उद्देश्य के लिए विद्यार्थियों की तकनीकी क्षमताओं और कॉर्पोरेट क्षेत्र की लगातार बदलती मांग की समझ से लैस कर सभी चुनौतियों के सामना करने योग्य बनाने हेतु राष्ट्रीय शिक्षा निति का समावेश कर नये सिलेबस निर्माण किये जा रहे हैं l
बीटीयू अकादमिक मामलात के डीन डॉ. जय प्रकाश भामू ने बताया कि बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के कौशल उन्नयन के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित करने हेतु कई कोर्सेज को चालू करने व नए सिलेबस निर्माण हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
ये लिए निर्णय
– आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डाटा साइंस में बी.टेक
– आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग में बी.टेक
– इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स में बी.टेक इन कोर्सेज का संचालन नए सत्र से किया जाएगा। इसके साथ नई शिक्षा निति-2020 के अनुसार पाठ्यक्रम निर्माण करने व विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के कौशल उन्नयन के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित करने हेतु बी-टेक के सभी 8 सेमेस्टर की क्रेडिट संरचना, तथा प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर की नवीनतम योजना और पाठ्यक्रम का अनुमोदन किया गया।
· विश्वविद्यालय परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
· कृषि व्यवसाय प्रबंधन के दूसरे, तीसरे और चौथे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम को मंजूरी दी गयी।
· विश्विद्यालय ने नई शिक्षा निति के अनुसार विद्यार्थी को मूल डिग्री के साथ माइनर स्पेशलाइजेशन के साथ डिग्री हासिल करने के लिए 18-20 अतिरिक्त क्रेडिट अर्जित करने का मौका भी देगा।
· नई शिक्षा निति /एआईसीटीई/यूजीसी के प्रावधानों के अनुसार अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की प्रक्रिया का भी अनुमोदन हुआ।
· नव प्रवेशित 2021-22 सत्र के छात्रों के लिए गणित और भौतिकी में ब्रिज कोर्स के पाठ्यक्रम का अनुमोदन किया गया।
· बी-टेक कोर्स की नौ ब्रांचों के तीसरे, चौथे, पांचवें व छठे सेमेस्टर के सिलेबस व स्कीम को अप्रूव किया गया।
· एमसीए कोर्स के तीसरे व चोथे सेमेस्टर के सिलेबस व स्कीम को अप्रूव किया गया।
· 2021-22 सत्र के लिए प्रथम व दुसरे सेमेस्टर हेतु सिलेबस व स्कीम को अप्रूव किया गया।
· फैशन कम्युनिकेशन, फैशन डिजाइन और इंटीरियर डिजाइन कोर्स के पांचवे व छठे सेमेस्टर के सिलेबस व स्कीम को अप्रूव किया गया।
· केमिकल इंजीनियरिंग के तीसरे व चौथे सेमस्टर के सिलेबस व स्कीम को अप्रूव किया गया।
· भारत सरकार के उपक्रम ARAI के साथ अकादमिक एमओयु का अनुमोदन : ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई), 1966 में भारत सरकार द्वारा स्थापित, देश का प्रमुख ऑटोमोटिव अनुसंधान एवं विकास संगठन है। एआरएआई ने ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता के साथ शैक्षिक कार्यक्रम शुरू किया है। एमओयु के अनुसार विद्यार्थी अपने अंतिम वर्ष में एआरएआई अकादमी पुणे जाकर 7वें सेमेस्टर के सिद्धांत और व्यावहारिक पढाई करेंगे, इसके बाद 8वें सेमेस्टर में 6 महीने के प्रोजेक्ट होंगे। इस अंतिम वर्ष में एआरएआई अकादमी द्वारा परियोजना और प्लेसमेंट गतिविधियों को संभाला जाएगा। एआरएआई अकादमी विश्वविद्यालय के साथ अंक साझा करेगी और फिर विश्वविद्यालय द्वारा परिणाम घोषित किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा दी जाने वाली डिग्री पर ARAI का लोगो होगा। कुलसचिव डॉ. नरेंद्र थोरी ने गत बैठक की कार्यवाही विवरण और अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसका शैक्षणिक परिषद ने अनुमोदन किया।
बैठक में ये हुए शामिल
डीन अकादमिक, डॉ. जय प्रकाश भामू, परीक्षा नियंत्रक डॉ. मुकेश जोशी, रजिस्ट्रार डॉ. नरेन्द्र थोरी, आई.आई.टी. गुवाहाटी के प्रो. संतोष कुमार, एस.के.आर.ए.यु. बीकानेर के वाईस चांसलर प्रो. आर.पी. सिंह, स्कूल ऑफ़ प्लानिंग भोपाल के प्रो. अजय खारे, एन.आई.टी. ओडिशा से प्रो. विभूति नायक, आई.आई.टी. दिल्ली से प्रो. बी.आर. चाहर, आई.आई.टी. रूडकी से प्रो. प्रमोद अग्रवाल, आई.आई.टी. वाराणसी से प्रो. पियूष राय, आई.आई.टी. धनबाद से प्रो. आशुतोष कुमार, मोहनलाल सुखाडिया यूनिवर्सिटी से प्रो. अनिल कोठारी, एनआईडी गांधीनगर से डॉ. मिहिर भोले आदि शामिल हुए।
– इनका कहना है तकनीकी क्षमताओं और कॉर्पोरेट क्षेत्र की लगातार बदलती मांग को ध्यान में रखते हुए सिलेबस निर्माण को मंजूरी दी गयी है। नई शिक्षा नीति आधारित बदलाव किए गए हैं। विद्यार्थी हित के लिए विश्वविद्यालय सदैव प्रयासरत है। – प्रो. अमरीश कुमार विद्यार्थी, कुलपति, बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय