सरकार निजी स्कूलों को ऐसे दे रही है झटका, अर्से से भुगतान अटका
– आरटीई के बकाए भुगतान एवं फीस के आधार पर स्कूलों के वर्गीकरण पर चर्चा
बीकानेर। स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन सेवा राजस्थान का दो दिवसीय प्रदेश सम्मेलन बीकानेर स्थित मरुधर कैंप्स जयपुर रोड रायपुर में संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री कोडाराम भादू व राजस्थान के समस्त जिलों से पधारे निजी शिक्षण संस्था संघ के संचालकों द्वारा संघ का ध्वज लहरा कर वह दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
सम्मेलन के प्रथम दिवस तीन सत्रों में आरटीई भुगतान, फीस के आधार पर स्कूलों का वर्गीकरण एवं संगठन की मजबूती पर चर्चा हुई।आरटीई के भुगतान पर विशेष चर्चा की गई व सरकार द्वारा अनुचित हथकंडे अपनाकर आरटीई का भुगतान रोकने व विद्यालयों को ऑनलाइन या ऑफलाइन श्रेणी में विभाजित करने का विरोध प्रकट किया गया एवं आरटीआई के भुगतान के लिए सभी को एकजुट होकर संगठित प्रयास करने पर बल दिया गया।
सम्मेलन में प्रदेश के 28 जिलों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया हनुमानगढ़ से रामेश्वर गीला बांसवाड़ा से प्रशांत नाहाटा, जोधपुर से आदम अली चूरू से हेतराम घिटाला, जैसलमेर से भरत व्यास, भागीरथ विश्नोई ,बाड़मेर से नगाराम, पाली से प्रेम प्रकाश, सिरोही से मोहनलाल, अजमेर से मनोज सेन, चित्तौड़ से आरिफ, धौलपुर से जे पी शर्मा, सवाई माधोपुर से सुनील,सीकर श्री कृष्ण, मोहन सिंह, झुंझुनू से रामगोपाल, जयपुर से घासीराम, दोसा से विनोद वर्मा, करौली से मोहन मीणा व टोंक से रमेश कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। सम्मेलन अगले दिन भी जारी रहेगा।