सत्ता से विपक्ष और जनता का होगा सीधा टकराव
– शनि और गुरु की वक्रगति पर विराम
– बाजार में तेजी का योग
बीकानेर । 11 अक्टूबर को शनि तथा 18 को गुरु अपनी वक्री चाल से मुक्त होकर मार्गी हो जाएगा । ये दोनों ग्रह 20 नवम्बर तक मकर राशि मे युति बनाए हुए है ।अभी मंगल अस्त है जो 30 नवम्बर को उदय होगा । ज्योतिषाचार्य पं. गिरवर प्रसाद बिस्सा के अनुसार 30 नवम्बर तक राजनीतिक ,सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी रहेगी । राजनेताओं ,अभिनेताओं ओर धार्मिक संस्थाओं के प्रधानों के लिए यह समय कष्टकारी है ।
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक उठापटक में विरोधियो के मंसूबे पूरे नही होंगे । सत्ता पक्ष 30 नवम्बर के बाद अपनी कार्यशैली से निरन्तर प्रगति करेगा मंत्रियों के पदों में परिवर्तन और मंत्री परिषद के सदस्यों की क्षति का योग बन रहा है ।
बाजार में तेजी का योग । देश मे नया वित्तीय संकट खड़ा होगा जिससे आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ेगा । आर बी आई के नए नियमों के कारण परेशानी होगी ।
केंद्रीय सत्ता के लिए नित्य नए बवाल खड़े होंगे । जो सत्ता पक्ष को कमजोर बनाएगी सत्ता पक्ष के मुखिया के लिए अति घातक होने का योग है । विदेश नीति और रक्षा नीति में बड़े बदलाव होंगे । देश मे संक्रमण रोगों के उत्पन्न होने से सरकारों के लिए चुनौती भरा रहेगा ।
न्यायालय के फैसले चौकाने वाले तथा सरकार के निर्णयों के विरुद्ध होंगे । किसान आंदोलन अपने चरम पर होगा। 30 नवम्बर के बाद ही कोई हल निकलेगा जिसमे किसानों की जीत होंगी ।
अविस्मरणीय प्राकृतिक आपदाओं को योग । हिमपात ,भूकंप ,आगजनि, रेल व प्लेन हाईजैक जैसे घटनाएं योग बन रहा है।
मूलतः 30 नवम्बर के बाद देश मे खुशहाली आर्थिक मजबूती आएगी । पड़ौसी देशों की कुचलो आतंकियों पर काबू पाने की नई कार्य योजना सफल होगी ।
इन राशि वालो के लिए इस प्रकार है
मेष – राजपक्ष से लाभ, धन प्राप्ति में रुकावट,पिता को लाभ शुभ और अशुभ दोनो फल मिलेंगे ,यात्रा योग प्रबल खर्च भी होगा ।
वृष- राजयोग प्रबल,धन लाभ,सन्तान की उन्नति, घर मे मंगलकार्य होंगे, यश मिलेगा ।
मिथुन शनि का ढैय्या ओर लोहे का पाया है , इसलिए शारीरिक पीड़ा, कुटुम्ब में आकस्मिक दुर्घटनाओं का योग आर्थिक नुकसान होगा , यात्रा योग प्रबल ।
कर्क – यश अपयश का योग ,अनायास धन लाभ, घर मे आकस्मिक दुर्घटनाओ का योग , स्त्री पक्ष की चिंता ,खर्च अधिक।
सिंह – धन लाभ,रोग शत्रुओ का जोर, मुकदमेबाजी में विजय, ससुराल पक्ष की चिंता, सन्तान की उन्नति , माता को कष्ट।
कन्या – आर्थिक उठापटक रहेगी,व्यवसाय की चिंता ,पिता को लाभ,किसी मुकदमे में हार मिलेगी,यात्रा योग ,स्वास्थ्य पीड़ा होगी ।
तुला शनि की ढैय्या व लोहे का पाया है , इसलिए मानसिक ,शारीरिक पीड़ा को योग ,धन हानि ,बेकार के विवाद से परेशानी,मांगलिक कार्यो में बाधाएं,परिवार में अशान्ति ,प्रबल कर्ज योग है।
वृश्चिक – जमीन सवारी का लाभ , स्थान परिवर्तन का योग ,मानसिक तनाव,धन लाभ,पारिवारिक समस्याएं होगी।
धन – शनि की धन शनि की साढ़ेसाती चांदी के पाए में चालू होगी सो धन प्राप्ति कठिनता से होगी,पारिवारिक समस्याओं का निदान निकलेगा ,स्वास्थ्य पीड़ा ,यात्रा में नुकसान।
मकर – शनि की साढे सती सोने के पाए में चालू होगी स्वास्थ्य पीड़ा, आय के साधन बनेंगे, सन्तान की उन्नति,अनावश्यक खर्च यह समय शुभ – अशुभ दोनो फल देगा।
कुम्भ- शनि की साढ़े सती लोह के पाए में है परिवार में दुर्घनाओं का योग,खर्च अधिक,कार्य क्षेत्र में मुश्किलें होगी, घर वाहन का योग ,सन्तान की उन्नति होगी ।
मीन – धन लाभ ,जमीन का सुख मिलेगा, सन्तान पक्ष की चिंता,कार्य क्षेत्र में तकरार का योग, पत्नी पीड़ा,स्वास्थ्य पीड़ा का योग ।
पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा
9413481194