स्कूलों में दीपावली मध्यावधि अवकाश 15 दिन किए जाए
बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ ( राष्ट्रीय ) ने शिक्षामंत्री को पत्र देकर निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के प्रस्तावित शिविरा पंचांग में संशोधन करने की मांग की है। इसमें दीपावली मध्यावधि अवकाश 11 दिन के स्थान पर 15 दिवस करने तथा 3 नवम्बर के स्थान पर 25 व 26 अक्टूबर से करने की मांग की है ।
प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने बताया कि शासन को अनुमोदनार्थ भेजे गए शिविरा पंचाग में दीपावली त्यौहार पर होने वाले मध्यावधि अवकाश 3 से 13 नवम्बर 2021 दर्शाए गए हैं । जिससे स्पष्ट है कि शिक्षा विभाग 3 से 13 नवम्बर 2021 के बीच मध्यावधि अवकाश रखने की मंशा रखता है । यह अवधि कुल 11 दिनों की रखी गई है जो अनुचित है। वहीं दीपावली से 1 दिन पूर्व से अवकाश प्रस्तावित किया गया है इस पर भी पुर्नविचार किया जाना चाहिए।
प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने कहा कि विगत वर्षों में 15 दिन के मध्यावधि अवकाश के साथ उक्त अवकाश दीपावली के कुछ दिन पूर्व ही रखे जाते रहे है किंतु वर्तमान में समस्त मध्यावधि अवकाश 3 से 13 नवम्बर के बीच मात्र 11 दिन के रखे गए हैं । इनमे से भी अधिकांश अवकाश दीपावली त्यौहार के बाद रखे गए है जो औचित्यहीन है ।
संगठन का आग्रह है कि दीपावली त्यौहार से पहले ये अवकाश रखे जाने से बालक , शिक्षक एवं अभिभावक आसानी से त्यौहार की पूर्व तैयारी कर सकेंगे । ऐसे में 3 से 13 नवम्बर के स्थान पर 25 अक्टूबर से 8 नवम्बर 2021 तक 15 दिनों का मध्यावधि अवकाश रखे जाना समीचीन होगा ।
संगठन महामंत्री अरविन्द व्यास की ओर से लिखे गए पत्र में शिक्षा मंत्री से आग्रह किया गया है कि 25 अक्टूबर से 8 नवम्बर 2021 तक मध्यावधि अवकाश के साथ ही द्वितीय परख 21 से 23 अक्टूबर तक आयोजित किए जाने के सुझाव दिये गए हैं। साथ ही जिला व राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन तिथियां भी घोषित की जानी चाहिए ताकि समय रहते पूर्व में तैयारी हो सके।
प्रदेश संयुक्त मंत्री सुरेश व्यास, जिलाध्यक्ष मोहनलाल भादू, जिलामंत्री कैलाशदान, प्रदेश उपाध्यक्षओमप्रकाश विश्नोई, नगरमंत्री नरेन्द्र आचार्य ने उक्त तिथियों में प्रस्तावित मध्यावधि अवकाश किए जाने पर पुर्नविचार का आग्रह किया है। बता दें कि दीपावली से पूर्व घरों में सफाई कार्य बड़े स्तर पर होते हैं। इस सफाई कार्यक्रम में बच्चों पूरे परिवार का सहयोग रहता है। यह सहयोग तभी संभव हो पाएगा जब दीपावली से पूर्व अवकाश ज्यादा मिले। ताकि बच्चों में स्वच्छता एवं सहयोग के संस्कार विकसित हो सके।