बीकानेर में ‘मेगा एक्सपोर्टस कॉन्क्लेव’ का शुभारम्भ
बीकानेर । भारत सरकार द्वारा किए गए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 24 सितंबर को ‘मेगा एक्सपोर्ट कॉन्क्लेव’ का शुभारम्भ संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल द्वारा किया गया । इस अवसर पर बीकानेर के दस्तकार एवं उद्यमियों द्वारा किए जा रहे एक्सपोर्ट उत्पाद की एक प्रदर्शनी लगाई गई जिसका संसदीय कार्य एवं संस्कृति मंत्री द्वारा अवलोकन किया। मेघवाल कहा कि बीकानेर जिले में जैतून के तेल के निर्यात की विपुल संभावनाऐं हैं। इस हेतु बीकानेर जिले के किसानों को जैतून की खेती करने के प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। साथ ही बताया कि वर्तमान में लूणकरणसर क्षेत्र में तेल रिफाइनरी स्थापित है अगर यहां के किसान जैतून का उत्पादन करें तो यह एक बड़ा निर्यात का हब बन सकता है। बीकानेर जिले के पापड उद्योग में साजी संकट पर कहा कि साजी का उत्पादन पाकिस्तान में होता है परन्तु वर्तमान में पाकिस्तान से आयात नहीं किया जा रहा है और बीकानेर जिला पाकिस्तान सीमा पर स्थित है तथा अनूपगढ, रायसिहनगर की भौगोलिक वातावरण साजी उत्पाद के लिए अनुकूल है साजी के उत्पादन के लिए यहां के किसानों को साजी उत्पाद के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। बीकानेर जिले में वूल टैक्स प्रो के सहयोग से अगामी तीन माह में वूलन इण्डस्ट्रीज हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। वहीं बीकानेर में वूल इण्डस्ट्रीज हेतु पांच करोड की लागत से कॉमन फैसेलिटी सेंटर की स्थापना होने जा रही है जिसका 100 प्रतिशत अनुदान भारत सरकार द्वारा दिया जाएगा। बीकानेर में एग्रो फूड इण्डस्ट्रीज में बहुत संभावनाएं है ओर यहां स्थापित उद्योगों को विभिन्न प्रकार की समस्याएं आ रही है। इस बाबत चेयरमैन, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण से व्यक्तिगत चर्चा करने पर उनके द्वारा बीकानेर में दो दिवसीय कार्यशाला अक्टूबर माह में आयोजित किए जाने की सहमति दी गई है। एक्सपोर्ट प्रमोशन कांउसिल फोर हैण्डीक्राफ्ट
के पूर्व चेयरमेन
लेखराज महेश्वरी ने राज्य में हस्तशिल्प महत्व की चर्चा करते हुए बीकानेर से निर्यात की असीम संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प में आवाज का बहुत महत्व है अगर आप अपने शिल्प के बारे में सही तरह से बता सकते है तो आप बाजार में अपने उत्पाद की सही कीमत पा सकते हैं। उन्होंने उत्पाद के डिजाइन एवं क्वालिटी पर जोर रखने का पूरजोर समर्थन किया।विदेश व्यापार महानिदेशालय के सयुंक्त निदेशक
चन्द्रकांत मिश्रा ने बताया कि बीकानेर में निर्यात की विपुल संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि निर्यात करने की सोच रहे हैे तो शीध्र प्म्ब् कोड बनवाएं। वूल टैक्स प्रो, मुम्बई के कार्यकारी अधिकारी के.के.शर्मा ने बताया कि बीकानेर में ऊनी गलीचा उद्योग का विश्वपटल पर काफी नाम है। जिसमें कच्ची ऊन को साफ किया जाता है जिससे काफी ऊन वेष्ट में जाती है। इसके लिए उसे वापस यूज लेने हेतु तीन माह पश्चात् एक कार्यशाला का आयोजन किया जावेगा। आशीष वर्मा, एक्सर्पोट क्रडिट गांरटी कॉरपो0ऑफ इण्डिया ने निर्यात करने वाले उद्योगों को क्रेडिट बीमा कवर प्रदान करती है इसके बारे में विस्तृत रूप से बतलाया। डी.पी. पच्चीसिया ने बीकानेर जिले में एक्सपोर्ट में आ रही समस्याओं के बारे में बतलाते हुए मंत्री को अवगत करवाया कि बीकानेर से 25 हजार कन्टेनर आयात निर्यात में उपयोग होते है इसलिए बीकानेर जिले में शीध्र ड्राईपोर्ट की स्थापना की जाए और एक्सपोर्ट प्रमोशन कांउसिल फोर हैणडीक्राफ्ट का कार्यालय बीकानेर में स्थाई रूप से खोला जाए। कमल कल्ला,अध्यक्ष, राजस्थान वूलन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने वूल को एग्रीकल्चर विभाग में रखने हेतु उद्योग मंत्री से अनुरोध करते हुए बताया कि ऊन उद्योगों को एग्रीकल्चर उद्योग के साथ रहने दिया जाए। समारोह के अन्त में कार्यशाला में लाइसेंस बनाए गए। जिसमें से उपस्थित उद्यमियों को मंत्री के मंजू नैण गोदारा ने बताया कि बीकानेर में निर्यात की संभावनाओं को देखते हुए सरकार द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया है तथा कार्यशाला में 17 आईईसी प्रमाण पत्र जारी किए गए है। उपस्थित उद्यमियों पधारने का धन्यवाद दिया। इस कार्यशाला में अहमदाबाद के भंवर लाल झंवर, कलकत्ता से हरिकिसन डागा, सी एम मूंधड़ा चेरिटेबल ट्रस्ट के श्रीकिसन मूंधडा, मुरली झंवर, ओमप्रकाश करनानी, विनोद गोयल महावीर पुरोहित रामगोपाल अग्रवाल, अविनाश मोदी, केदार चंद अग्रवाल, पार्षद पुनीत शर्मा, किशन मोदी, रमेश अग्रवाल, हरिकिसन गहलोत, पवन चाण्डक, अशोक गहलोत, शिवरतन पुरोहित, निर्मल पारख, राजाराम सारडा, किसन लाल बोथरा, राजेश भूरा, राकेश धायल विमल दम्माणी, अश्विनी पच्चीसिया, विजय जैन, कुन्दन मल बोहरा, अशोक सुराणा , राजेश झंवर, नरेश सुराणा एवं आशीष अग्रवाल के अलावा बीकानेर व्यापार एवं उद्योग मण्डल के सदस्य रामदयाल साहरण, अध्यक्ष, व्यापार मण्डल, पूगल रोड, एवं मोहन लाल
साध एवं जयदयाल अनाज व्यापार मण्डल आदि उपस्थित रहे।