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वो फूट फूट कर रोई, उन्होंने सुना और मीठी गोली देकर चले गए

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बीकानेर। राजस्थान सरकार में मुख्य सचिव निरंजन आर्य का अपने सचिवों के साथ बीकानेर आना चयनित बेरोजगार शिक्षकों में एक उम्मीद की किरण जगा के गया है।

गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्य सचिव निरंजन आर्य गुरुवार और शुक्रवार को बीकानेर दौरे पर थे । अपनी जन सुनवाई के दौरान जब 1999 शिक्षक भर्ती प्रकरण की वे सुनवाई कर रहे थे उस समय एक महिला शिक्षिका साया कंवर के सब्र का बांध फूट पड़ा और वह आर्य के सामने जोर जोर से रोने लगी। जिससे एकबारगी माहौल में 1999 प्रकरणः को लेकर सहानुभूति का माहौल बन गया। आर्य ने न सिर्फ उनकी बात सुनी व उन्हें शाम को वापस मिलने के लिए भी बुलाया । बेरोजगार शिक्षक संघ के पंकज आचार्य व इंद्र कुमार जोशी ने बताया कि शाम को सर्किट हाउस में आर्य ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव केके पाठक व जिला परिषद के सीईओ को बुलाकर इस प्रकरण की वस्तुस्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा अधिकारियों ने संक्षिप्त में अपनी ब्रीफिंग दी। आर्य ने दोनों अधिकारियों को निर्देश दिया इस संबंध में जल्दी रिपोर्ट बनाकर उन्हें भेजी जाए।

यहां बता दें कि इन चयनित बेरोजगार की हालत यह हो गई है कि सरकार का कोई मंत्री या उच्चाधिकारी इनके दर्द को सुन भी लें और दो चार अधिकारियों के सामने निर्देश दे दिए बस फिर इसे मीठी गोली समझ नौकरी की उम्मीद जगा बैठते है। यदि जिम्मेदारों को इन्हें नौकरी देनी भी होती तो पिछले 22 सालों तक इंतजार नहीं करवाते? खैर मुख्य सचिव औरों से हटकर पवित्र मंशा से अधिकारियों को निर्देश देकर गए हैं तो उनको अब 22 साल नहीं 22 दिन में इन चयनित बेरोजगार शिक्षकों को नियुक्ती पत्र थमा देना चाहिए वरना उनके ये निर्देश महज हर बार की तरह मीठी गोली ही साबित होंगे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र भेजकर इस मामले का निराकरण करने की बात कही थी। भाटी ने उस पत्र में कहा था कि कि इस नियुक्ति पर किसी प्रकार की अदालत की रोक नहीं है । राज्य सरकार ने ही रोक लगाई है व सरकार ही इस रोक को हटाने में सक्षम है । पत्र में उन्होंने कहा था कि सरकार सकारात्मक पहल करे तो बेरोजगारों चयनितों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है । विभाग के सूत्रों ने बताया अगस्त के प्रथम माह में भाटी के पत्र के बाद राज्य सरकार हरकत में आई । प्रारंभिक शिक्षा निदेशक से इस संबंध में जानकारी मांगी प्रारंभिक शिक्षा के उपनिदेशक ने उप शासन सचिव प्रारम्भिक शिक्षा को इस भर्ती प्रकरण की समस्त पत्रावली जयपुर भेज दी है।

यहां उल्लेखनीय है कि बीकानेर में इस भर्ती को लेकर चयनित बेरोजगार शिक्षक लंबे अरसे से आंदोलनरत है। हाल ही में बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी सहित बीस से अधिक पक्ष विपक्ष के पार्षदों ने भी मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र दिया था।

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