राज्य के कलाकारों का बनेगा डाटा बेस, 15 अगस्त तक कर सकेंगे आवेदन
बीकानेर, 10 जुलाई। जवाहर कला केंद्र की ओर से प्रदेश के कलाकारों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक दस्तावेजों सहित निर्धारित फॉर्मेट में भरे हुए आवेदन जिला कलेक्टर द्वारा अधिकृत अधिकारी की अभिशंसा के साथ जवाहर कला केंद्र को भिजवाए जाएंगे।
कार्यवाहक जिला कलेक्टर अरुण प्रकाश शर्मा ने बताया कि जवाहर कला केंद्र, प्रदेश की कला एवं संस्कृति के संरक्षण के साथ स्थापित एवं नवोदित कलाकारों को अवसर प्रदान करने के लिए कार्य करत है। इसी उद्देश्य से जवाहर कला केंद्र और कलाकारों को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने के लिए कलाकारों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य कलाकारों को लोक संगीत, नृत्य, आदिवासी संगीत नृत्य, शास्त्रीय संगीत, गायन, वादन एवं नृत्य के हुनर को राज्य स्तरीय मंच प्रदर्शन के अवसर प्रदान करना, प्रदेश के कलाकारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करना, कलाकारों के कला प्रदर्शन के फलस्वरूप मानदेय आदि का भुगतान किया जाकर उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करना, प्रदेश की पुश्तैनी एवं पारंपरिक कलाओं को संरक्षण प्रदान करना, लुप्त प्रायः कला रूपों एवं विधाओं को जीवित रखे जाने की दिशा में कार्य योजना तैयार कर उन्हें संरक्षण प्रदान करना, प्रांत के कलाकारों को मान्यता दिलाने का प्रयास करना तथा कला समूहों के साथ मिलकर कलाकारों को राज्य, राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम प्रदान करने का मौका देना है।
उन्होंने बताया कि कलाकारों द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र में प्रस्तुत जानकारी के आधार पर आगामी कार्यक्रमों में उनकी कला की प्रस्तुतीकरण का अवसर प्रदान किया जा सकेगा। साथ ही प्रतिभागी कलाकारों को जवाहर कला केंद्र के नियमों के अनुरूप उपयुक्त पारिश्रमिक का भुगतान भी किया जा सकेगा। इच्छुक कलाकार, आर्टिस्ट डाटाबेस के लिए निर्धारित आवेदन प्रपत्र को भर कर जवाहर कला केंद्र में पंजीकृत हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कलाकारों द्वारा भरे हुए निर्धारित प्रपत्र जिला कलेक्टर के माध्यम से अधिकृत अधिकारी की अभिशंषा के साथ जवाहर कला केंद्र को भिजवाए जाएंगे। कलाकारों द्वारा भरे हुए आवेदन पत्र 15 अगस्त तक जवाहर कला केंद्र को प्रेषित किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि फॉर्म का प्रारूप कला एवं संस्कृति विभाग तथा जवाहर कला केंद्र की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इसको भरने के लिए यूट्यूब और फेसबुक पर दिशानिर्देश का लिंक भी संलग्न किया गया है।
महानिदेशक ने दिए निर्देश
जवाहर कला केंद्र की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने इस संबंध में सभी जिलों को पत्र प्रेषित करते हुए कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार द्वारा बजट सत्र के दौरान राज्य की कला एवं शिल्प को प्रोत्साहित एवं संरक्षित करने के उद्देश्य से जवाहर कला केंद्र में विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने तथा प्रदेश के जरूरतमंद कलाकारों को सहायता उपलब्ध करवाने, राजकीय संरक्षण प्रदान करने, उनके कल्याण एवं संबल के लिए 15 करोड़ रुपये के कलाकार कल्याण कोष के प्रावधान की घोषणा की गई थी। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना काल के दौरान प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों के लिए पांच-पांच हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की गई थी। इसी उद्देश्य से आर्टिस्ट डेटाबेस का उपयोग कलाकारों के हित के लिए किया जा रहा है।