यह मशीन 1 घंटे में तैयार कर देती है खाखरे की 300 वैरायटी
शीघ्र ही बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा
खाखरा मशीन का उद्घाटन: गृह विज्ञान महाविद्यालय बीकानेर
स्थानीय खाने के शौकीन उपभोक्ताओं को एक नया विकल्प प्रदान करेगा महाविद्यालय के विद्यार्थियों व युवाओं को रोजगार की नई संभावना की दिशा में एक प्रयास है- कुलपति प्रो. सिंह
बीकानेर 28 जून। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के होम साइंस कॉलेज बीकानेर में स्थित “मरू-शक्ति खाद्य प्रसंस्करण यूनिट” में कुलपति प्रो.आर.पी. सिंह के द्वारा खाखरा मशीन का उद्घाटन किया गया। कुलपति ने बताया की यह स्थानीय खाने के शौकीन उपभोक्ताओं को एक नया विकल्प प्रदान करेगा और महाविद्यालय के विद्यार्थियों व युवाओं को रोजगार की नई संभावना की दिशा में एक प्रयास है। आज हम देखते हैं कि लोग अपने स्वास्थ्य और इससे जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में अधिक जागरूक हो रहे हैं इस तरह पौष्टिक खाने के साथ-साथ स्वस्थ रहने की जरूरत भी समझते है। उद्घाटन कार्यक्रम में अनुसंधान निदेशक डॉ पी. एस. शेखावत, विशेषाधिकारी विपिन लड्ढा, डॉ नम्रता जैन, डॉ ममता सिंह सहित होम कॉलेज के सीमित संख्या में सदस्य उपस्थित रहे। खाखरा मशीन की जानकारी देते हुए अधिष्ठाता डॉ (श्रीमती) विमला डूकवाल ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना द्वारा वित्त पोषित प्रोजेक्ट “किसानों की आय दोगुनी करने के लिए फसल कटाई की बाद के प्रौद्योगिकी का प्रसार” के तहत पहले से ही इस महाविद्यालय में बिक्री यूनिट संचालित की जा रही है तथा इसी दिशा में खाखरा बनाने की मशीन का संचालन शुरू किया जा रहा है। इस मशीन की दो इकाइयां है, एक इकाई में आटे की लोई को दबाया जाता है व दूसरी इकाई में गोल पतली रोटी का आकार ले चुकी लोई की सिकाई होती है। यह मशीन 1 घंटे में 300 विभिन्न स्वाद व तरीके के खाकरे को तैयार कर देती है शीघ्र ही बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। खाखरा एक लोकप्रिय शाकाहारी भुना हुआ ‘गुजराती’ स्नैक आइटम है जो की मुख्यत: गेहूं का आटा से बना है। यह एक पारंपरिक रेडी-टू-ईट स्नैक या ब्रेकफास्ट आइटम है जो उत्तर पश्चिमी भाग में लोकप्रिय है। यह उत्पाद गुजरात में बहुत लोकप्रिय है। इस सुविधाजनक नाश्ते लिए न्यूनतम पैकेजिंग की आवश्यकता है और लंबी शैल्फ जीवन है यानि की ये लंबे समय तक खाने योग्य रहते है एक पौष्टिक भारतीय आहार नाश्ता। सफर के दौरान खाये जाने वाले खाद्य पदार्थों में यह काफी लोकप्रिय है क्योंकि इसके लिए कुछ अतिरिक्त प्रसंस्करण की आवश्यकता नहीं होती है। यह पूरी तरह एक पौष्टिक भारतीय आहार, बहुत ही कुरकुरे व स्वादिष्ट पौष्टिक और वजन में बहुत हल्का पसंदीदा नाश्ता है। कई अलग-अलग स्वादों में उपलब्ध है, इसे आमतौर कॉफी, चाय, चटनी, अचार, मक्खन, दही आदि के साथ खाया जाता है।