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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कम से कम मानवीय हस्तक्षेप की पड़ती आवश्यकता

– ईसीबी में “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग यूजिंग पायथन” विषयक पांच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आगाज

देश भर से रही 200 शिक्षकों की भागीदारी, बीटीयु कुलपति प्रो. विद्यार्थी रहे मुख्य अतिथि

बीकानेर । इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के एमसीए विभाग के तत्वाधान में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली के अटल अकादमी योजना द्वारा प्रायोजित “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग यूजिंग पायथन” विषयक पांच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आगाज एआईसीटीई की केंद्रीय टीम द्वारा उद्घाटन के बाद बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अम्बरीश शरण विद्यार्थी के मुख्य आथित्य में हुआ। प्रो. विद्यार्थी ने डिजिटल क्रांति को लागू करने के लिए एआई प्रौद्योगिकियों के शोध, नवाचारों, व सृजनता युक्त एआई व मशीन लर्निंग तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया।

कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. विशाल गौड़ ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर के करीब दो सौ शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इन प्रतिभागियों को कार्यक्रम समापन पर एआईसीटीई दिल्ली द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण पत्र दिए जाएंगे।

प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता प्रोफेसर व चीफ- प्रॉक्टर, इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रो देवेंद्र कुमार तायल ने प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) के अनुसंधान अनुप्रयोगों व शोध परिपेक्ष्य के बारे में चर्चा की। उन्होंने एनएलपी पाइपलाइन के तीन चरणों जिसमे टेक्स्ट प्रोसेसिंग, फ़ीचर एक्सट्रैक्शन, व मॉडलिंग को विस्तार से अनेकों उदाहरणों द्वारा समझाया। दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता एमएनआईटी इलाहबाद के प्रो. दुष्यंत सिंह ने आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क व डीप लर्निंग में हो रहे शोध के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से कम से कम मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ती है और यह बिना प्रोग्रामर की मदद के खुद से ही फीचर्स को समझ पाता है।

प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश भामू ने कॉलेज स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग व पायथन भाषा के क्षेत्र में हो रहे शिक्षण कार्य, शोध व विद्यार्थियों द्वारा किये जा रहे मॉडल डेवलपमेंट के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय रजिस्ट्रार डॉ मनोज कुड़ी ने किया।

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