ईडब्ल्यूएस व मूल निवासी आवेदनों के मामले में प्रशासन व विप्र फाउंडेशन की वार्ता का यह रहा परिणाम
बीकानेर 6 जून। ईडब्ल्यूएस व मूल निवासी आवेदनों पर तहसील कार्यालय के अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा बेवजह आक्षेप लगाने के विरोध में आज जिला प्रशासन के साथ विप्र फाउंडेशन की वार्ता हुई। वार्ता में मौजूद एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा को प्रदेशाध्यक्ष भँवर पुरोहित ने कहा कि एडीएम सिटी के साथ चली दो घण्टे की वार्ता में विफा के विषयों को गम्भीरता पूर्वक सकारात्मक चर्चा रही। एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा ने कहा कि दो दिन में जिला कलक्टर की अध्यक्षता में सम्बंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर इस प्रकरण का निस्तारण करवा दिया जाएगा।
एडवोकेट सुखदेव व्यास ने वार्ता की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मूल निवास के संदर्भ में राज्य सरकार के ग्रह विभाग (9) के आदेश की पालना में शिष्टमण्डल द्वारा ये साक्ष्य दिया गया, सरकारी गाइड लाइन में आवेदन कर्ता द्वारा सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर दिए गए जैसे – माता पिता के मूलनिवासी प्रणाम पत्र एवं साक्ष्य के पहचान पत्रों में संलग्न करने के बावजूद भी तहसील प्रशासन द्वारा बेवजह आक्षेप लगाने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। वार्ता के दौरान एडीएम सिटी ने इन आक्षेपों को बेवजह माना और सरकार की सैद्धान्तिक सहमति दी। ईडब्ल्यूएस प्रमाण-पत्र में आ रही परेशानियों के चलते वार्ता में एडीएम सिटी ने राज्य सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के 24 मार्च 2021 के आदेश की पालना में जो भी आवेदन जिला प्रशासन को प्राप्त हुए है वार्ता के दौरान सहमति बनी कि पटवारी की रिपोर्ट के सम्बंध में जो परेशानी आ रही है उसको भी अतिशीघ्र दूर कर दिया जाएगा।
युवा प्रदेश महामंत्री दिनेश ओझा ने बताया कि आज इस वार्ता से पूर्व गत दिनों में विप्र फाउंडेशन पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर, तहसीलदार, एसडीएम व एडीएम सहित सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला के समक्ष अपना पक्ष रखा।
एडीएम सिटी के साथ वार्ता में शिविर प्रभारी एडवोकेट सुखदेव व्यास, जिलाध्यक्ष राजकुमार व्यास, युवा अध्यक्ष विजय पाईवाल, प्रदेश कार्यलय प्रभारी रमेशचंद्र उपाध्याय, छोटूलाल चूरा,युवा प्रदेश महामंत्री दिनेश ओझा आदि उपस्थित थे।