पीबीएम के लिए राज्य सरकार ने स्वीकृत किए 400 बैड क्षमता के चार ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
– संक्रामक रोगों के इलाज के लिए अस्पताल बनाने के लिए स्थान चिन्हित
– ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला ने ली बैठक – कोविड प्रबन्धन सहित पीबीएम की विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा की
बीकानेर, 25 मई। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रबंधन संबंधित समीक्षा बैठक ली।
इस दौरान डाॅ. कल्ला ने बताया कि पीबीएम अस्पताल के लिए 400 बैड क्षमता वाले चार आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट्स राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत कर दिए गए हैं। अगले दो माह में इनका निर्माण पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद पीबीएम अस्पताल में पर्याप्त आॅक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने बताया कि पीबीएम अस्पताल में राज्य सरकार तथा विभिन्न भामाशाहों एवं संस्थाओं के सहयोग से आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलबध करवाए जा रहे हैं। आवश्यकता के अनुसार वेंटीलेटर, बाईपेप और आॅक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों से सतत वार्ता की जा रही है। पीबीएम में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए संसाधनों और अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखी जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पीबीएम अस्पताल में संक्रामक रोगों के इलाज के लिए अलग से बनने वाले अस्पताल के लिए उनके द्वारा विधायक कोष से एक करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त लगने वाली राशि की स्वीकृति डीएमएफटी सहित अन्य मदों से करवाई जाएगी। यह अस्पताल बीकानेर संभाग का अत्याधुनिक अस्पताल होगा। पीबीएम प्रशासन द्वारा इसके लिए स्थान चिन्हित कर लेने की जानकारी दी गई तथा कहा कि यह कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ किया जाएगा। डाॅ. कल्ला ने पीबीएम अस्पताल में वर्तमान में भर्ती मरीजों, इनकी स्थिति, आॅक्सीजन की उपलब्धता, खपत एवं आवश्यकता के बारे में जाना।
डाॅ. कल्ला ने ब्लैक फंगस की स्थिति की समीक्षा की तथा कहा कि इसके रोगियों के लिए आवश्यक इंजेक्शन एवं दवाइयां उपलब्ध रहे। इसके लिए अस्पताल प्रशासन, उच्च स्तर के अधिकारियों के संपर्क में रहे। उन्होंने बैठक के दौरान ही राज्य सरकार के संबंधित उच्चाधिकारी को दूरभाष पर निर्देश दिए कि बीकानेर में मांग के अनुरूप दवाइयों की समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अस्पताल में रिक्त एवं स्वीकृत पदों की समीक्षा की तथा कहा कि आवश्यक पद भरवाने के प्राथमिकता से प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए पीबीएम अस्पताल द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जाना तथा कहा कि योजना बनाकर इसके तहत कार्य किया जाए।
डाॅ. कल्ला ने जिला चिकित्सालय और गंगाशहर स्थित सैटेलाइट हाॅस्पिटल से संबंधित विभिन्न आवश्यकताओं के संबंध में चर्चा की तथा कहा कि मेडिकल काॅलेज द्वारा इन अस्पतालों में आवश्यक संसाधन मुहैया करवाए जाएं, जिससे इन अस्पतालों में भी मरीजों का इलाज हो सके। उन्होंने पीबीएम अस्पताल के विभिन्न प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की। साथ ही स्वीकृत ट्यूबवेल के कार्य के संबंध में जानकारी ली।
बैठक में सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल डाॅ मुकेश आर्य पीबीएम अधीक्षक डाॅ परमेन्द्र सिरोही, डाॅ बी.के. गुप्ता, डॉ. जितेंद्र आचार्य, डाॅ भूपेंद्र शर्मा, डाॅ. दीवान जाखड़ मौजूद रहे।