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सोलर पार्क व फूड पार्क बनने से लोगों को रोजगार मिलेगा- गौतम

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यूआईटी के माध्यम से एक फूड पार्क बनाने पर काम होगा

ग्रामीण हाट में शुरू हुआ दो दिवसीय उद्यम समागम कार्यक्रम
बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए उद्योगों का विकास करना सबसे ज्यादा जरूरी है। बिना उद्योगिक विकास के कोई भी स्थान विकसित नहीं हो सकता। बीकानेरी एक भविष्य का शहर है। यहां पर उद्योगों की इतनी संभावनाएं है कि जो आगे चलकर साकार होने वाली है।
गौतम शुक्रवार को सूक्ष्म, लधु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार की सहायता से राज्य में औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने, केन्द्र एवं राज्य की औद्योगिक विकास योजनाओं की जानकारी उद्यमियों को उपलब्ध कराने तथा स्थानीय स्तर पर उद्यमियों से सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य को लेकर ग्रामीण हाट में आयोजित दो दिवसीय उद्यम समागम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति में एग्रोप्रोसेसिंग,सोलर पॉलिसी बीकानेर के लिए वरदान साबित हो सकती है, क्योंकि हमारे पास बहुत बड़ा भू-भाग ऐसा है जहां पर खेती नहीं होती, बंजर भूमि है। इस भूमि पर सोलर कंपनी के माध्यम से सोलर पार्क व  फूड पार्क बनाए जा सकते हैं।  उन्होंने कहा कि यूआईटी के माध्यम से एक फूड पार्क बनाने का प्रपोजल लिया गया है, उसे मेगा फूड पार्क में विकसित करने का प्लान है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए उद्योगपतियों और सरकार दोनों का साथ-साथ रहना बहुत जरूरी है। सरकार उद्यमियों के लिए बहुत सारी योजनाएं चला रही है। उद्योग नीति में बहुत सी छूटों का प्रावधान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि  बीकानेर जिले के विकास के लिए बहुत जरूरी है कि यहां बड़ी संख्या में उद्योग स्थापित हो । इसके लिए नए उद्योग लगाने के  प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहाकि  वर्तमान में जो उद्योग यहंा चल रहे हैं, उनमें और अधिक रोजगार दिया जा सकता है। रोजगार देने की  दिशा में उद्योगपतियों को सकारात्मक प्रयास करना चाहिए । साथ ही बीकानेर के स्थानीय लोगों को उद्योगों में रोजगार दिया जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि आज जो उद्यम समागम आयोजित किया गया है बहुत ही अच्छे प्लान के साथ व्यवस्थाएं की गई है। अब देखना है यह कि इसके परिणाम भी उत्साहजनक मिले, इसके प्रयास किये जाए। उन्होंने कहा कि इस समागम की आवश्यकता क्यों पड़ी ? इसकी जरूरत इसलिए पड़ी कि सरकार बहुत सारी नई-नई नीति लेकर आती है उद्योगों के विकास के लिए। योजनाएं आती है जिनकी जानकारी लोगों तक नहीं पहुंच पाती।  कुछ ही लोगों को इसके बारे में पता है लेकिन सभी को इन योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती । साथ ही जिन्हें जानकारी है, उसे यह पता नहीं होता कि योजना का लाभ लेने के लिए किस ऑफिस में कौन सी जानकारी मिलेगी,  कहां आवेदन करना है कौनसे पोर्टल पर जानकारी है और आवेदन के लिए कितनी फीस लगनी है आदि का पता लोगों को नहीं होता और वे  लोग परेशान होते हैं। इन सभी परेशानियों को देखते हुए इस तरह के समागम  की जरूरत पड़ी है। उन्होंने कहा कि  इस समागम में उद्यमी सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने के साथ-साथ आपस में भी एक दूसरे की इंडस्ट्रीज से सीखेंगे कि उद्योग इकाइयों में क्या नवाचार किया गया है। यह नवाचार बिजली बचाने और पानी को लेकर हो सकता है या कोई नई टेक्नोलॉजी को लेकर हो सकता है और नए नवाचार को लेकर भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि यहां पर सरकार व उद्यमियों के बीच संवाद होगा।  उद्यमी और उद्यमी के बीच संवाद हो ताकि कोई सकारात्मक निष्कर्ष निकलकर आए।  यही इस समागम का उद्देश्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह समागम अपने उद्देश्य में सफल रहेगा ।
जिला कलक्टर ने कहा कि यहां पॉलिसी के बारे में बताई गई जानकारी औपचारिकता नहीं रहे। पाॅलिसी के बारे में आपकी कोई जिज्ञासा है, उसके बारे में जानकारी अवश्य प्राप्त करें, क्योंकि जब तक उद्यमी को नॉलेज नहीं होग, तब तक योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे । उन्होंने कहा कि  सरकार की बहुत सारी पॉलिसी बन जाती है लेकिन जानकारी के अभाव में वह धरातल पर नहीं उतर पाती। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर की नई नीति आई है। बीकानेर के लिए इसका विशेष महत्व है। बीकानेर फूड प्रोसेसिंग में पहले से ही अच्छा काम हो रहा है। इस पॉलिसी की जानकारी हो तो नए युवा उद्योग स्थापित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि बीकानेर में औद्योगिक विकास के लिए आगे और भी वर्कशॉप आयोजित की जाएगी।
गौतम ने कहा कि सरकार के साथ-साथ उद्यमी रोजगार देने काम करते है। सरकार के पास रोजगार के सीमित साधन है, लकिन आद्यौगिक इकाईयों में बड़ी संख्या रोजगार दिया जा सकता है। इस लिए उद्यमी  खुद का विकास करते हुए दूसरों को भी रोजगार देने में भागीदार बने। इसके लिए जरूरी है कि सभी उद्यमियों को पॉलिसी की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब उद्योग स्थापित कर अपना भला करेंगे तो दूसरों का भला अपने आप हो जाएगा।
इस अवसर पर एमएसएम ई के सहायक निदेशक तरूण भटनागर ने सरकार उद्योगों के विकास के लिए सभी संभाग व जिला मुख्यालय पर उद्यमियों से संवाद कर रही है। उन्हें नई उद्योग नीति के बारे में जानकारी दे रही है। इस दौरान युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राजस्थन वूलन इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष कमल कल्ला ने उद्योग समागम कार्यक्रम बीकानेर के उद्यमियों के लिए नई आशा की किरण लेकर आय है। इससे उद्यमियों को बहुत सी जानकारी मिल सकेगी और यह मील का पत्थर साबित होगा। सीए राजेश भूरा ने उद्योग लगाने की प्रक्रिया, ऋण, ब्याज, अनुदान आदि के बारे में जानकारी दी। जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने समागम के दौरान आयोजित तकनीक सत्रों के बारे मंे जानकारी दी। जिला उद्योग संध के जिला अध्यक्ष डीपी पचीसिया ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उद्यमी श्रीधर शर्मा, सुभाष मित्तल, गेवर चंद मुसरफ ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन संजय पुरोहित ने किया।
इससे पहले जिला कलक्टर ने दो दिवसीय उद्यम समागम का शुभारंभ किया और ग्रामीण हाट में बीकानेर में उद्यमियों द्वारा लगाई गई स्टाॅल एवं प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिसमें मुख्य रूप से सिरेमिक, खाद्य प्रसंस्करण एवं वूलन आधारित उत्पाद की स्टाॅल लगाई गई थी।
पाॅलीटेक्निक काॅलेज की प्रदर्शनी की सराहना की

प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान राजकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय, बीकानेर के छात्रों ने द्वारा प्रदर्शित प्रोजेक्ट्स प्रदर्शन बारीकी के साथ विद्यार्थियों से जानकारी ली। उन्होंने चुनाव में इंक लगाने की मशीन के प्रदर्शन के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि चुनाव में मशीन द्वारा मतदाता को अमिट इंक लगाई जा सकती है। इससे इंक की बचत भी होगी और चुनाव दल में एक मतदान अधिकारी की संख्या भी कम हो जाएगी, जिससे आर्थिक फायदा भी होगा। इसके अलावा उन्हें पर्सनल कूलर, सोलर चार्जर कैप, कार जेमर, ऑटोमेटिक स्मार्ट होम सिस्टम इत्यादि प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी दी गई।
उद्यम समागम में मुख्य अतिथि, विषिष्ट अतिथियों व उद्योग विभाग के अधिकारियों द्वारा पीएमईजीपी व एसएमइजीपी तथा आरएफसी के लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र मौके पर ही दिए। इसके अलावा उद्यम समागम के द्वितीय सत्र मंे विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों द्वारा अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की पूर्ण जानकारी, व्याख्यान तथा प्रस्तुतीकरण दिया गया। उद्यम समागम में भाारत सरकार द्वारा घोषित आयात-निर्यात पाॅलिसी,आईपीआर, जीआई, ट्रेडमार्क के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

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