BikanerEducationExclusive

विद्यालयों में नहीं पहुंची राशि, मांगा उपयोगिता प्रमाण पत्र वार्षिकोत्सव की स्वीकृति राशि में हुई कटौती

0
(0)

– विभाग ने करवाया कार्यक्रम और पैसा लगेगा संस्था प्रधानों का

बीकानेर। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के निर्देशानुसार विभागीय स्वीकृति के साथ ही राजकीय उच्च प्राथमिक , माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आनन फानन में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम गत माह में आयोजित किये गये थे। इन कार्यक्रमों को लेकर विभाग द्वारा चयनित विद्यालयों के लिए प्रति विद्यालय 10000 की राशि देने की घोषणा की गई थी। उसी अनुरूप विद्यालय प्रशासन द्वारा विभागीय दबाब तथा विभाग द्वारा स्वीकृति राशि आने की आस में निर्धारित घोषणा अनुसार व्यय भी कर दिया। उक्त कार्यक्रम हेतु जारी वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति में राशि कटौती किये जाने के विरोध में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने मुख्यमंत्री शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर संशोधित वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी करवाने की मांग की है । संगठन ने भेजे ज्ञापन में बताया है कि संस्था प्रधानों के समक्ष अनुचित आर्थिक भार डाला जाना न्यायोचित नहीं है विभाग द्वारा की गयी घोषणा एवं जारी प्रशासनिक वित्तीय स्वीकृति में अन्तर आना खेदजनक विषय है । बिना राशि हस्तान्तरण के उपयोगिता प्रमाण पत्र माँगा जाना विभागीय परम्परा सी बन गयी है जिस पर रोक लगनी चाहिए तथा साथ ही पूर्व प्रावधानानुसार ही विद्यालयों को राशि का आवंटन किया जाना चाहिए । प्रदेशमंत्री रवि आचार्य ने बताया कि राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा प्रत्येक चयनित विद्यालय हेतु दस हजार की स्वीकृति जारी की गयी थी परन्तु वर्तमान में विभाग द्वारा जारी वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति में माध्यमिक विद्यालयों के लिए स्वीकृत राशि में कटौती की गयी है । बीकानेर जिले में निर्धारित विद्यालयों में से 246 विद्यालयों में ही कार्यक्रम आयोजित किये गये शेष सरकार द्वारा स्थगित की घोषणा के कारण आयोजित नहीं हो पाये । इसी प्रकार 150 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम आयोजित किये गये जबकि स्वीकृति में इससे अधिक विद्यालयों को चयनित किया गया था । विभाग द्वारा जारी वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति अनुसार अधिकांश विद्यालयों में वितीय वर्ष समाप्ति तक स्वीकृत राशि हस्तान्तरित ही नहीं हो पायी है । जहाँ राशि हस्तातरित हुई है वहाँ के माध्यमिक विद्यालयों में पूर्व में जारी घोषणा राशि में कटौती करते हुए 10000 के स्थान पर 5090 की स्वीकृति विभाग द्वारा जारी की गयी है । पूर्व में स्वीकृत राशि होने के बाद कटौती किये जाने के विभागीय निर्णय के कारण संस्था प्रधानों के समक्ष परेशानी हो गयी है। सम्बन्धित संस्था प्रधानों द्वारा उक्त कार्यक्रम निमित पूर्व में ही राशि खर्च की जा चुकी है। ऐसे में यह भार उनकी जेब पर आने की स्थितियाँ विभागीय आदेशो ने पैदा कर दी है । संस्था प्रधानों के समक्ष असमंजसता की स्थितियाँ उत्पन्न हो गयी है कि वह किस प्रकार से समायोजन करे । हैरत की बात यह है कि विभाग द्वारा विद्यालयों में राशि हस्तान्तरित किये बिना ही वार्षिकोत्सव के नाम पर खर्च राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र भिजवाये जाने के निर्देश सम्बन्धितो को जारी किये गये है । संस्था प्रधानों द्वारा विभागीय निर्देशों की पालना करना अब भारी पड़ रहा है क्योकि कार्यक्रम के आयोजन विभाग द्वारा तय मापदण्डो के अनुसार किये गये थे । कार्यक्रम में भामाशाह पूर्व छात्र शिक्षक सम्मान के साथ साथ अनेकानेक प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मान हेतु विभिन्न प्रकार के स्मृति चिन्ह , स्वागत सत्कार , सांस्कृतिक कार्यक्रम इत्यादि आयोजित किये गये जिसमें व्यय किया गया । उक्त कार्यक्रम मद में राशि की कटौती करना संस्था प्रधानों की जेब पर भार डालने वाला निर्णय है जिस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए ।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply