BikanerEducationExclusive

ईसीबी व उदयपुर कृषि विवि के मध्य एमओयू, शोध को मिलेगा बढ़ावा

लघु अवधि के रोजगारोन्मुखी कोर्सेस होंगे प्रारंभ

संकाय सदस्यों की अनुसंधान क्षमता को बढ़ाने हेतु शुरू होगा विशेष प्रशिक्षण

बीकानेर। तकनीकी, कौशल व कृषि शिक्षा में नवाचार, कृषि व अभियांत्रिकी क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देंने, महाविद्यालय में नया रिसर्च सेंटर खोलने तथा विद्यार्थियों को शिक्षा से निरंतर जोड़कर उनके शैक्षिक व कौशल शिक्षा के उन्नयन को बढाने को लेकर एमओयू हुआ है। यह एमळ इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर एवं महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के मध्य शुक्रवार को ईसीबी प्राचार्य जय प्रकाश भामू व विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. एन.एस. राठोड ने उदयपुर विश्वविद्यालय परिसर में हस्ताक्षर कर एम.ओ.यु. एक दुसरे को सौंपे।

प्राचार्य जयप्रकाश भामू ने बताया कि उदयपुर कृषि विश्विद्यालय के रोजगारोन्मुखी कोर्सेस व शैक्षिक उपयोगिता का पूरा लाभ उठाकर कौशल शिक्षा व कृषि अभियांत्रिकी से जुड़े पाठ्यक्रमों को विद्यार्थियों से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराएँगे। एम.ओ.यु. के जरिये रिमोट सेस्न्सिंग, मैकेनिकल अभियांत्रिकी व आर्टिफीशिअल इंटेलिजेंस तकनीक का कृषि में उपयोग कर उत्पादकता को बढाया जा सकेगा।

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. एन.एस. राठौड़ ने ईसीबी में शोध हेतु विश्विद्यालय का रिसर्च सेंटर खोलने हेतु भी स्वीकृति दी। कुलपति प्रो. एन.एस. राठौड़ ने ने बताया कि इंजीनियरिंग, कृषि प्रबंधन और कंप्यूटर अनुप्रयोग में विशेष पाठ्यक्रमों में अनुदेशात्मक आवश्यकताओं की पूर्ती करने हेतु संकाय सदस्यों का आदान-प्रदान भी हो सकेगा। इंजीनियरिंग, प्रबंधन और कंप्यूटर अनुप्रयोग से संबंधित क्षेत्रों में संकाय सदस्यों के शिक्षण और अनुसंधान क्षमता को बढ़ाने की दिशा में ईसीबी की आवश्यकताओं के अनुरूप उदयपुर विश्विद्यालय द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का विकास और संगठन भी किया जाएगा।

इस मौके पर विश्विद्यालय के रजिस्ट्रार कविता पाठक, डीन रिसर्च प्रो. शान्ति कुमार शर्मा, ईसीबी के डिप्टी रजिस्ट्रार राजेंद्र सिंह व डॉ. रणजीत सिंह मौजूद रहे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *