‘कोविड नियंत्रण के लिए सभी संसाधनों और उपायों को दुरूस्त करें’ मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों को दिए निर्देश
जयपुर, 18 मार्च। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कोविड-19 महामारी के संक्रमण की दूसरी लहर के आसन्न खतरे पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सभी स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने पुराने अनुभव के आधार पर महामारी के नियंत्रण के लिए उपलब्ध संसाधनों को उपयोग में लेें। अधिक टेस्टिंग, भीड़ पर नियंत्रण, मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और सामाजिक दूरी के कोरोना से बचाव के नियमों की पालना में फिर से कड़ाई लाएं। गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फे्रंस के माध्यम कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कह कि एक सप्ताह में ही कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर का 3 गुना बढ़ जाना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष के दौरान कोरोना से लड़ने का हमारा जो साझा अनुभव है, उसके आधार पर हमें प्रदेशवासियों को दूसरी लहर के खतरे से बचाना है।
इसके लिए विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, कार्यकर्ताओं और धर्म गुरूओं आदि के साथ विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को साथ लेकर और आपसी समन्वय के साथ ही हम अब तक कोरोना से जंग को सफलतापूर्वक लड़ पाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को प्रधानमंत्री के साथ सभी राज्यों की बैठक में यह बात सामने आई है कि पूरे देश में संक्रमण फिर से बढ़ रहा है और कई राज्यों में हालात बहुत अधिक चिंताजनक हो गये हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले दिनों में प्रदेश में संक्रमण की किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए ऑक्सीजन प्लांट, टेस्टिंग लैब, क्वारेंटाइन और कन्टेमेन्ट जोन जैसी सुविधाओं को दुरूस्त करें और आवश्यकतानुसार उपयोग के लिए तैयार रखें।
गहलोत ने कहा कि हम सबको को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में कोई लापरवाही नहीं बरतें। उन्होंने पुलिस, स्थानीय निकाय सहित सम्बन्धित अधिकारियों को मास्क नहीं पहनने तथा बाजारों एवं अन्य सार्वजनिक जगहों पर भीड़-भाड़ की स्थिति उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से आम लोगों को कोविड से बचाव के उपाय अपनाने के लिए समझाईश के उद्देश्य से व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए हमें हर संभव उपाय करना होगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि फिलहाल कुछ ही जिलों में पॉजिटिव केसेज बढ़े हैं और इसी शुरूआती दौर में संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को अन्य विभागों के साथ समन्वय करते हुए हमेशा अलर्ट मोड में रहकर सभी सावधानियों को अपनाते हुए कोरोना के नियत्रंण का बेहतरीन प्रंबधन करना है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन ने राजस्थान की कोविड संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों में प्रतिदिन 300 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं तथा कुल रोगियों की संख्या 3 हजार से अधिक हो गई है। संतोष की बात यह है कि अधिकतर एक्टिव केसेज होम आइसोलेशन में ही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने लगातार बढ़ रहे संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने सैम्पलिंग बढ़ाने तथा संदिग्ध रोगियों को आइसोलेट कर उनका तुरन्त इलाज शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों तक आवश्यक निर्देश दे दिए गये हैं।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि संक्रमण की जल्द से जल्द पहचान और तुरन्त इलाज शुरू होने पर ही इसके फैलाव को रोका जा सकता है। कोरोना नियंत्रण के बीते एक वर्ष के अनुभव के आधार पर यह स्पष्ट है कि हम जांच की सुविधाओं का पूरा उपयोग करें और संदिग्ध रोगियों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करें। उन्होंने कहा कि संक्रमण के पहले सप्ताह में आरटीपीसीआर टेस्ट पॉजिटिव नहीं रहता है, ऎसे में संदिग्ध रोगी की सीटी स्कैन जांच से संक्रमण की स्थिति स्पष्ट हो सकती है। डॉ. भण्डारी ने टीकाकरण अभियान को और तेज करने पर भी जोर दिया।
आरयूएचएस के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार ने बैठक में कहा कि आम लोगों द्वारा कोविड से बचाव के उपायों को नहीं अपनाने के कारण संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में ही मास्क पहनने, हाथ धोने और दूरी बनाए रखने के नियम की अवेहलना की जा रही है, जो इस महामारी के फिर से बढ़ने का कारण बनी है। उन्होंने कहा कि बचाव के उपायों को अनिवार्य रूप से अपनाने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को कोविड का टीका लगाकर इस महामारी के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।
इस अवसर पर राज्यमंत्री श्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गालरिया, शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा, अतिरिक्त निदेशक सूचना जनसम्पर्क श्री राजपाल यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक से सभी संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक रेंज, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य और जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा विभिन्न अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीडियो कॉन्फं्रेस के माध्यम से शामिल हुए।