एक महिला संगठन ऐसा भी जिसने सरकारी नीतियों का किया विरोध और मनाया महिला दिवस
– अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने हल्ला बोल के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया।
बीकानेर। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राज्य महासचिव डॉ सीमा जैन ने बताया की अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना लगाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। धरने पर महिला वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध किया। महिला वक्ताओं ने तीन काले कृषि कानूनों का विरोध करते हुए आह्वान किया कि अगर सरकार ये कानून वापस नहीं लेती है तो हम महिलाएं मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगी। ये कृषि कानून आम जनता के खिलाफ है। यह हमारी आने वाली नस्लें बर्बाद कर देगा। वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि श्रम कानूनों के साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही है। यह हमले पूंजीवादी सरकारों को फायदा पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के काल में मोदी सरकार बड़ी तेजी से देश बेचने का काम कर रही है। महिला हिंसा पर रोक लगाने में राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही विफल है। केंद्र सरकार का बजट भी पूर्ण रूप से महिला विरोधी है यह सरकार महिला सशक्तिकरण का झूठा दिखावा करती है। धरने को हेमंत क॔वर जिलाध्यक्ष कामिनी सक्सेना,भगवानी चौधरी, लक्ष्मी पाल, सुगरा बानो, रूपा देवी बिश्नोई, हाजरा बानो, बेबी, मोनिका प्रजापत, हसीना बानो, रेणुका, मुमताज शेख, दुर्गा और शारदा सियाग आदि ने संबोधित करते हुए एक ही नारा बुलंद किया कि “लोकतंत्र पर हमले बंद करो सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करो”। इसके पश्चात ढोल नगाड़ों के साथ हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत महिलाओं ने केंद्र और राज्य सरकारों की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ, बढ़ती महंगाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट से कोटगेट तक जुलूस निकाला और अंत में कोटगेट पर सभा की गई जिसे संबोधित करते हुए डॉ सीमा जैन ने आह्वान किया कि हमें हर हाल में सरकार की जन विरोधी और मनुवादी नीतियों के खिलाफ हर मोहल्ले, हर घर-घर तक जन जागरण अभियान चलाते हुए महिला आंदोलन को मजबूत करने की आवश्यकता है।