BikanerEducationExclusive

संभाग का सबसे बड़ा काॅलेज नैक की ‘ए’ रेटिंग में स्थान बनाने में जुटा, यूजीसी नैक निरीक्षण 15-16 मार्च को

0
(0)

– प्राचार्य ने दिये विभाग प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश

बीकानेर 7 मार्च। सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय में यूजीसी नैक निरीक्षण 15 व 16 मार्च को होगा। प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने बताया पांच वर्ष में एक बार इस प्रकार निरीक्षण होता है जिससे महाविद्यालयोें को ग्रेडिंग मिलती है। डाॅ. सिंह ने बताया कि डूंगर महाविद्यालय प्रदेश का ऐसा एकमात्र राजकीय महाविद्यालय है जिसे पूर्व में निरन्तर दो बार ए ग्रेड मिला है।
इस संबंध में रविवार को भी कार्य दिवस रखा गया तथा सभी विभाग प्रभारियों एवं समितियों के प्रभारियों की एक आवश्यक बैठक प्राचार्य की अध्यक्षता में रखी गई। बैठक में प्राचार्य डाॅ. सिंह ने विभाग प्रभारियों को निरीक्षण से संबंधी आवश्यक निर्देश दिये। डाॅ. दिव्या जोशी एवं डाॅ. नरेन्द्र भोजक ने निरीक्षण के दौरान ध्यान रखने योग्य एक एक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा की तथा संकाय सदस्यों की शंकाओं का निराकरण किया। सहायक निदेशक डाॅ. राकेश हर्ष ने इस अवसर पर संकाय सदस्यों से अपना सर्वोच्च प्रदर्शन करने की अपील करते हुए प्रत्येक कार्य में विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने कहा कि पूर्व में एसएसआर के माध्यम से प्रेषित समस्त सूचनाओं का प्रमाण होना अत्यावश्यक है। उन्होनें कहा कि महाविद्यालय की वेबसाईट पर नवीनतम सूचनाओं का अपडेशन होना जरूरी है। डाॅ. सिंह ने बताया कि काॅलेज में निर्माण सहित अन्य विकास कार्य अपने अंतिम सोपान पर है तथा अब अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक एक बिन्दु पर गहनता से अध्ययन करते हुए आंकड़ों का संकलन करना होगा। उन्होनें कहा कि सम्पूर्ण महाविद्यालय को सौर्य ऊर्जा के माध्यम से बिजली उपलब्ध करवाने के पुख्ता प्रबन्ध कर दिये गये हैं। बिजली पानी मरम्मत तथा उपकरणों आदि के रखरखाव का कार्य भी पूर्ण करवाने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होनें कहा कि विद्यार्थियों से भी फीड बैक लिया जाकर रिकाॅर्ड का संकलन करवाया जा रहा है। विभिन्न बैंकों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं महाविद्यालय के संकाय सदस्यों एवं पूर्व छात्रों/ एल्युमनाई समिति के माध्यम से विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। डाॅ. सिंह ने अब तक की तैयाारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए महाविद्यालय के अधिकारियों एवं कमर्चारियों का उत्सावर्द्धन किया।
डाॅ. सिंह ने कहा कि महाविद्यालय की शक्ति, कमियां, अवसर एवं चुनौतियों को क्रमवार तरीके से समाधान के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। ई लर्निंग, एवं रोजगारन्मुखी पाठ्यक्रम तथा विद्यार्थियों के आंकड़ों सही ढ़ंग से प्रस्तुत किये जाने पर ही इच्छानुसार ग्रेडिंग मिलने की सम्भावना बढ़ेगी। कमजोर एवं अग्रणी विद्यार्थियों के बीच की दूरी को पाटने के भी महाविद्यालय स्तर पर हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैंे। उन्होने आगे बताया कि महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार के दिवस जैसे विज्ञान दिवस, शिक्षक दिवस, विवेकानन्द जयन्ती, बसन्त पंचमी, गांधी शताब्दी समारोह आदि मनाये गये थे जिनको भी नैक टीम के सामने आंकड़े सहित प्रस्तुत किया जावेगा जिससे कि डूंगर काॅलेज को सही अर्थो में प्रदर्शित किया जा सके। प्राचार्य ने विद्यार्थियों एवं पूर्व छात्रों से इस कार्य में हर सम्भव सहयोग की अपील की।
बैठक में डाॅ. ए.के.यादव, डाॅ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित, डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित, डाॅ. प्रकाश अमरावत,डाॅ. सतीश गुप्ता, श्री बीरबल राम, डाॅ. नरेन्द्र नाथ, डाॅ. अरविन्द शर्मा साहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply