पैरा टीचर्स एवं पंचायत सहायकों को नियमित नहीं करने के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा
बीकानेर। राजस्थान सरकार के गठन से पूर्व कांग्रेस ने जन घोषणापत्र में संविदा निविदा कर्मियों एवं पंचायत सहायकों को नियमित करने का वादा किया था । परंतु सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने को है और विधानसभा में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा दिया गया वक्तव्य पैरा टीचर्स एवं पंचायत सहायकों को स्थाई करने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है । बेहद ही खेद जनक है तथा अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष ने केसर सिंह चंपावत इसे संविदा कर्मी एवं पंचायत सहायकों के साथ सरकार की वादाखिलाफी करार दिया है ।
महासंघ एकीकृत के मीडिया प्रभारी मनीष विधानी ने बताया कि केसर सिंह चंपावत ने कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती पर सरकार के कदम की सराहना करते हुए मांग की है कि पूर्व में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों को बोनस अंक के साथ भर्ती में प्राथमिकता दी जाए।
शिक्षा मंत्री के वक्तव्य पर महासंघ द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ा विरोध किया है तथा मुख्यमंत्री को संविदा कर्मियों एवं पंचायत सहायकों को स्थाई करने के क्रम में सरकार को दिये महासंघ मांग पत्र पर शीघ्र वार्ता कर उस पर सकारात्मक निर्णय करते हुए कार्यवाही करने की मांग की है।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के मीडिया प्रभारी मनीष विधानी ने बताया कि शनिवार शाम को संगठन की आपात बैठक बुलाई गई जिसमें प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष भवर पुरोहित के साथ तकनीकी जिलाध्यक्ष रमेश चंद्र उपाध्याय, संगठन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए और उन्होंने शिक्षा मंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस के इस बयान पर भारी विरोध जताया एवं कहा कि जरूरत पड़ी तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा।